" जैसा नाम वैसा काम" यह कहावत राजीव गाँधी स्मृति वन पर लागू होती है। स्मृति वन एक ऐसा पार्क है जहाँ लोग अपने प्रियजनों के नाम पर किसी पेड़ को गोद लेते हैं या एक नया पौधा लगाते हैं। इस वन को 20 अगस्त ,1991में राजीव गाँधी की पुण्यतिथि पर तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंहाराव के द्वारा स्थापित किया गया था। यह पार्क इन्द्रप्रस्थ पार्क और सराय काले खां के बीच स्थित हैं। इस पार्क में 500 रूपये का भुगतान कर एक पेड़ गोद लिया जा सकता है यह योजना दिल्ली नगर निगम द्वारा शुरू की है। आज दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा का बढ़ना और पेड़ों की संख्या का कम होना जारी है ऐसे में यह योजना पर्यावरण को संतुलित करने में कारागर सिद्ध होगी। पार्क में 5000 पेड़ है जिनमे से 250 पेड़ पिछले साल (2008) में ही लगाए गये है। यहाँ पर ज्यादातर पीपल , बरगद , आम , गुलमोहर , अशोक के पेड़ है। लोग अपने प्रियजनों को पेड़ समर्पित करने के साथ-साथ हरित पर्यावरण बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।
“The visitors coming to India for the Games would retain only good memories when they go back. There shall be no doubt about security. The policing will be tight during the Games and I can assure all a peaceful and secure Commonwealth Games,” said Khanna.
Among those present were Commonwealth Games Chairman Suresh Kalmadi, Organising Committee Secretary General Lalit Bhanot and Delhi Mayor Arti Mehra.
More than 200 artistes from across the country performed cultural programmes on the occasion। The event became all the more electrifying because of the laser shows and fireworks. The programme progressed into a depiction of India at its best. Undoubtedly the highlight of the show was the ethereal performance by the Flying Angels. These artistes from the UK were lifted high in the air with the help of a giant crane. They mesmerised the whole crowd with their heavenly and graceful moves. A spectacular display of fireworks in the background made it a truly magical show.
The baton relay will start from the Buckingham Palace, London, in November this year.
Commonwealth Day celebration at India Gate lawns.